हम सब तारे हैं…


टिम-टिम करते आसमान के हम सब तारे हैं,
मुट्ठी में हैं बंद ख्वाब अनगिनत हमारे हैं| 
आशाओं का बीज लिये फिरते रहते हैं, 
इसीलिये Mummy-Daddy के सबसे प्यारे हैं||

अब तो रहने दो...


हमारे दो के सहारे दो,
उन दो के हमारे दो|
फिर उनके भी सपने दो,
सपने ऐसे बढ़ने दो|
बाते सबको कहने दो,
दो.दो.दो.. कहने दो|
7 अरब हो गए भैया,
अब तो बस रहने दो!!